बलिया : सात दिवसीय शतचंडी महायज्ञ का हुवा आयोजन

रिपोर्ट – कमल राय

गड़वार क्षेत्र के चाँदपुर चट्टी पर स्थित संतोषी माता के मंदिर प्रांगड़ में मूर्ति प्राण प्रतिष्ठा के निमित्त बाल संत हरिहरानंद जी के सानिध्य में चल रहे सात दिवसीय
शतचंडी महायज्ञ में श्रद्धालुओं द्वारा प्रतिदिन यज्ञ मंडप की परिक्रमा की जा रही है।वहीं शाम को अयोध्या धाम से पधारी कथा वाचक साध्वी साधना का प्रवचन सुनकर श्रोतागण भाव विभोर हो जा रहे हैं।

महायज्ञ के चौथे दिवस रविवार की शाम को साध्वी साधना कथावाचन में कथा प्रसंग सुनाते हुए कहा कि एक स्त्री एक संत के पास संतान प्राप्ति का आशीर्वाद मांगने गई, संत उस स्त्री को कुछ भुने हुए चने खाने को दिए और वहीं बैठकर खाने के लिए कहे।स्त्री वहीं चने खाने लगी तभी वहाँ कुछ छोटे छोटे बच्चे आ गए व स्त्री को चने खाते हुए देख ललचाने लगे परन्तु स्त्री बच्चों को चने देने के बजाय मुंह फेर ली और उन्हें चने नहीं दी।तब संत ने स्त्री से कहा कि जब तू अबोध बच्चों को तनिक सा चने देने की उदारता नहीं दिखा सकी तो ईश्वर तुझे बेशकीमती बच्चा क्यों देगा।

कथा प्रसंग में कहा कि जब मानव स्वार्थ वृति छोड़कर शुभ मार्ग पर चलता है तो उसे ईश्वरीय सहायता स्वयं मिलने लगती है।इसलिए हमें स्वार्थ वृति छोड़कर शुभ मार्ग पर चलना चाहिए।वहीं काशी से पधारे संत रामधनी दास व वृंदावन से पधारे हरिहर दास का प्रवचन भी श्रोता मंत्र मुग्ध होकर सुन रहे हैं।
ओमप्रकाश सिंह,जेलर सिंह,ब्रह्मा यादव,डीएन पांडेय,राजा सिंह,भुटेली सिंह,अंजनी सिंह,पवन सिंह,हेम सिंह,सनी सिंह आदि लोग व्यवस्था में लगे रहे।

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