गोरखपुर : गोरखपुर विश्वविद्यालय में छात्रावास खाली कराने तथा रिएलाॅटमेन्ट के ख़िलाफ़ दिशा छात्र संगठन की ओर से महारानी लक्ष्मीबाई मेन गेट से गोरखपुर विश्वविद्यालय मेन गेट तक जुलूस निकालकर विवि प्रशासन को ज्ञापन सौंपा गया।
दिशा छात्र संगठन की अंजली ने कहा कि गोरखपुर विश्वविद्यालय प्रशासन का एक बहुत गैरजिम्मेदार और तानाशाहीपूर्ण रवैया सामने आया है। अभी चार- पाच दिन पहले गोरखपुर विश्वविद्यालय के महिला छात्रावास में सभी लड़कियों को हॉस्टल खाली करने का फरमान सुना दिया गया। जिसमें कहा गया है कि हॉस्टल के मरम्मत के लिए सभी लोग अपना पूरा सामान लेकर घर चले जाए और दुबारा नये नियम के अनुसार सीजीपीए और छात्राओं व्यवहार के आधार पर रिएलाॅटमेन्ट किया जायेगा। अभी बहुत सारी लड़कियों का परीक्षा होना बाकी है।
ज्ञात हो कि नवम्बर में हाॅस्टल एलाॅट हुआ है और मई में खाली करने का फरमान सुना दिया गया, जबकि हॉस्टल फीस साल भर का लिया जाता है। देश के तमाम विश्व विद्यालयों में मरम्मत करने के लिए हाॅस्टल खाली नहीं कराया जाता बल्कि योजनाबद्ध तरीके से मरम्मत कराया जाता है। जिसमे कि हाॅस्टल की मरम्मत भी हो जाती है और हाॅस्टल खाली करने की जरूरत भी नहीं रहती।गोरखपुर विश्वविद्यालय पहला विश्वविद्यालय है जिसमें हाॅस्टल मरम्मत के लिए हाॅस्टल सामान के साथ खाली करने का फरमान जारी कर दिया जाता है।
दरअसल हाॅस्टल खाली कराना बहाना है असल मामला तो रिएलाॅटमेन्ट है। जिसमें सभी पुराने छात्रावासी को बाहर का रास्ता दिखाना है। नयी शिक्षा नीति के तहत सारे विश्वविद्यालयों और उसके छात्रावासों की फीस बढ़ायी जा रही है और विश्वविद्यालय के दरवाजे गरीबों- मेहनतकशों के बेटे- बेटियों के लिए बन्द किया जा रहा है। अब तक छात्रों का हॉस्टल नये साल में रिन्यूअल किया जाता था लेकिन विवि प्रशासन का फरमान है कि इस सत्र से सीजीपीए और छात्राओं के व्यवहार के आधार पर रिएलाॅटमेन्ट किया जायेगा।
इस तानाशाहीपूर्ण फैसले के खिलाफ दो बार वीसी मैम से मिलने जाने पर डीएसडब्ल्यू मैम और वीसी मैम द्वारा कोई आश्वासन नहीं दिया गया बल्कि धमकी दी गयी कि सामान फेंक दिया जायेगा और सबको नये नियम को मानना पड़ेगा। आज अंततः सड़क पर उतरकर अपनी मांगों का ज्ञापन सौंपा गया। इस पर विवि प्रशासन द्वारा उचित कार्यवाही न करने पर हम आन्दोलन तेज करने को बाध्य होंगें।इस प्रदर्शन में नेहा, पूजा,रमा, सीमा,महिमा, मुस्कान, आरोही आदि शामिल हुईं।