गोरखपुर : रीयल टाइम खतौनी में गड़बड़ी ना हो तहसील में आने वाले काश्तकारों को किसी प्रकार की असुविधा ना हो, समय से उनको बिना किसी त्रुटि के खतौनी उपलब्ध हो सके। काश्तकार को भागदौड़ तहसील में ना करना पड़े। काश्तकारो की सुविधा को ध्यान में रखते हुए ज्वाइंट मजिस्ट्रेट /एसडीएम सदर मृणाली अविनाश जोशी ने कंप्यूटर कक्ष का औचक निरीक्षण कर आ रही कमियों को जल्द से जल्द दुरुस्त करने का निर्देश दिया।
जिससे आने वाले काश्तकारों को किसी भी प्रकार की रियल टाइम खतौनी लेने में दिक्कत न होने पाए। वर्ष 2023 में शासन ने खतौनी की प्रकृति बदलने के निर्देश दिए थे। इसके तहत फसली वर्ष 1431 की रीयल टाइम खतौनी तैयार करनी थी। इसमें प्रत्येक गाटे की पृथक खतौनी तैयार करनी थी और खातेदार अंश निर्धारण होना था। शासन की मंशा के अनुरूप यदि धरातल पर कार्य हुआ तो इस अभियान में काफी हद तक जमीनों का विवाद भी सुलझना स्वाभाविक होगा क्योकि अधिकतर मौजों में जमीन किसी और कब्जा किसी और का बना हुआ है। यदि मौके की नवैयत की जांच करते हुए खतौनी की प्रकृति बदली गई होती तो ऐसे विवाद खत्म किए जा सकते हैं। विभाग ने इस कार्य के लिए कार्यालय के कंप्यूटर ऑपरेटरों को जिम्मेदारी सौंपी है। इस दौरान नायब तहसीलदार आकांक्षा पासवान भी रही मौजूद।