बहराइच : महाराजा सुहेलदेव के विजयोत्सव के अवसर पर चितौरा झील स्थित स्मारक स्थल पर कार्यक्रम का आयोजन महाराजा सुहेलदेव सेवा समिति के तत्वावधान में किया गया। कार्यक्रम को संबोधित करते हुए राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के विभाग प्रचारक डॉ अवधेश ने कहा कि महाराजा सुहेलदेव महान राष्ट्रभक्त, राष्ट्र रक्षक, वीर शिरोमणि थे। सनातन संस्कृति की रक्षा के लिए महाराजा सुहेलदेव जी द्वारा किया गया कार्य हम सबके लिए अनुकरणीय एवं प्रेरणादाई है।
उन्होंने कहा कि देश के लिए अपने प्राणों का बलिदान करने वाले अपने चिंतन द्वारा देश को ज्ञान देने वाले महापुरुषों के बारे में हम सभी को अध्ययन करना चाहिए और उनके द्वारा बनाए गए मार्गों पर चलना चाहिए। उन्होंने कहा कि जो समाज अपने महान महापुरुषों के व्यक्तित्व एवं कृतित्व को याद नहीं करता है वह आगे नहीं बढ़ सकता। उन्होंने कहा कि हमारे पूज्य महापुरुषों ने हमें जो ज्ञान, वीरता, दान व दया का जो मार्ग दिखाया है हमें उस मार्ग पर चलना होगा उन्होंने कहा कि पूर्व समय यह मान्यता थी व्यक्ति सूर्य कुंड में स्नान करने के बाद सिद्धनाथ महादेव के दर्शन करता था तब उसकी कामना पूर्ण होती थी।
कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कार्यक्रम के संयोजक अर्जुन कुमार दिलीप ने कहा कि राष्ट्र की रक्षा के लिए महाराजा सुहेलदेव जी ने एक आतंकवादी आतताई को जिसने भारत पर आक्रमण करके हिंदू समाज को समाप्त करने का बीड़ा उठाया था, उसको ललकार कर उसका सर्वनाश करने का काम किया। महाराजा सुहेलदेव के कृतित्व के कारण है भारत की सनातन संस्कृति की रक्षा हुई है।
कार्यक्रम को कृष्ण मोहन गोयल, राणा विजय, जिला शासकीय अधिवक्ता राजस्व अजय शर्मा, अतुल गौड़ एडवोकेट, अयोध्या प्रसाद अवस्थी, ओम प्रकाश सक्सेना, जनार्दन राजभर, रामचंद्र सिंह ,ननकू यादव , निशा शर्मा, दयानंद शर्मा, राजेश पांडे आदि ने संबोधित किया।
कार्यक्रम मे विनय मित्तल, चित्रा गुप्ता, अनुसुइया ,कंचन यज्ञसैनी, ओम प्रकाश गुप्ता, शुभम गुप्ता, कृतिका गुप्ता, डॉ अरुण राजभर ,निरंजन शुक्ला, कृष्ण कुमार श्रीवास्तव, मुन्नी लाल राजभर, आशीष शर्मा, धर्मेंद्र सिंह, विनोद गुप्ता आदि उपस्थित रहे।