गाजीपुर –
जनपद के दिलदार नगर थाना क्षेत्र के मिर्चा गांव में 16 जनवरी को 4 साल के बालक अब्दुल रहमान का गुम होने पर परिजनों ने पहले स्थानीय स्तर पर खोजबीन शुरू किया। लेकिन अचानक से दो-तीन दिनों के बाद इनके मोबाइल पर 40 लाख रुपए के फिरौती की मांग होने पर इन लोगों के होश उड़ गए। जिसके बाद इन लोगों ने इसकी जानकारी पुलिस को दिया और पुलिस ने इस मामले में कार्रवाई करते हुए। इस अपहरण में शामिल 7 लोगों के साथ अपहरण किए हुए बालक को सकुशल बरामद कर आज मीडिया के सामने पेश किया।
पुलिस अधीक्षक डॉ ओम प्रकाश सिंह ने बताया कि अपराधियों में तीन लोग इनके ही गांव के थे । जो बच्चे को चॉकलेट के बहाने अपनी साइकिल पर बिठाकर ले गए और इसके बाद वाराणसी से होते हुए सैयदराजा चंदौली तक गए। इस दौरान अपराधियों ने अपनी 2 टीम बनाई एक टीम बच्चे को लेकर गई तो दूसरी टीम पैसे की वसूली के लिए लगी हुई थी। तब पुलिस ने इन लोगों को चकमा देते हुए नोटों की गड्डी की तरह कागज की गड्डी बनाकर अटैची में भर इन अपराधियों को पैसा देने वाले स्थान पर बुलाया। लेकिन उसके पूर्व इन लोगों ने बच्चों के सकुशल बरामदगी का शर्त रखा। जिस पर इन अपराधियों ने एक व्यक्ति के साथ इस बच्चे को जमानिया सैयदराजा के बॉर्डर पर छोड़ा।
बच्चे की सकुशल बरामदगी हो जाने पर पुलिस ने उस व्यक्ति से कड़ाई से जब पूछताछ किया तो उसने पूरा राज उगल दिया और उसकी निशानदेही पर पुलिस ने इस अपहरण की घटना में शामिल लालू अंसारी ग्राम अरंगी थाना दिलदारनगर, विकास दुबे ग्राम अरंगी थाना दिलदारनगर हसीब अहमद ग्राम अरंगी थाना
दिलदारनगर ,अमजद अंसारी ग्राम मिर्चा थाना दिलदारनगर ,मोहम्मद कैश ग्राम मिर्चा थाना दिलदारनगर ,मोहम्मद इकबाल ग्राम मिर्चा थाना दिलदारनगर ,कैश ग्राम नरियाव थाना जमानिया को गिरफ्तार किया।इनके पास से 2 अवैध असलहा, दो मोटरसाइकिल और दस मोबाइल बरामद किया। इनकी गिरफ्तारी पर एडीजी वाराणसी जोन की तरफ से इस घटना के खुलासे में शामिल पुलिस टीम को ₹25000 इनाम की घोषणा की है।
वही बच्चे की सकुशल बरामदगी के बाद बच्चे की मां की आंखों में खुशी के आंसू देखने को मिला और वह अपने बच्चे को दुलारते हुए दिखी जब उनसे बात की गई तो उन्होंने गाजीपुर पुलिस को धन्यवाद दिया कि उनकी वजह से आज उनका बच्चा अपहरणकर्ताओं के चंगुल से सकुशल वापस आ गया है।