गोरखपुर : महायोगी गोरखनाथ विश्वविद्यालय गोरखपुर में राष्ट्रीय सेवा योजना द्वारा खादी महोत्सव कार्यक्रम के अंतर्गत व्याख्यान कार्यक्रम कराया गया ।आज राष्ट्रीय सेवा योजना के द्वारा खादी महोत्सव (2 अक्टूबर – 31 अक्टूबर) के अंतर्गत होने वाले” ऑनलाइन क्विज प्रतियोगिता” में विश्वविद्यालय के विद्यार्थीयों ने प्रतिभाग किया एवं महन्त अवेद्यनाथ पैरामेडिकल कॉलेज की ईकाई महायोगी संतोषनाथ इकाई द्वारा खादी महोत्सव पर “वोकल फॉर लोकल “पर व्याख्यान का आयोजन किया।
जिसमें मुख्य वक्ता पैरामेडिकल संकाय के प्राचार्य रोहित कुमार श्रीवास्तव ने बताया कि खादी की शुरुआत सन 1920 में राष्ट्रपिता महात्मा गांधी द्वारा की गयी थी। खादी एक हाथ से बुना हुआ सूती कपड़ा है जो चरखे द्वारा काते गए सूत से निर्मित होता है। खादी को स्वंत्रता संग्राम के प्रतीकों में से एक माना गया है और कपड़े की खुदरी बनावट के नाते इसे खादी का नाम दिया गया । साथ ही उन्होंने विद्यार्थियों को “वन स्टेशन वन प्रोडक्ट” के बारे में अवगत कराया व खादी से बने उत्पादों को उपयोग करने की सलाह दी।
कार्यक्रम का शुभारंभ द्वीप प्रज्वलन एवं धन्वंतरी वंदना कर प्रारंभ किया गया | कार्यक्रम में विभाग के समस्त शिक्षक, विद्यार्थी उपस्थित रहे | कार्यक्रम का संचालन महायोगी सन्तोषनाथ ईकाई के कार्यक्रम अधिकारी सुश्री सुप्रिया गुप्ता ने किया।