दस सालों तक भाई को देखने के लिए तरसती रहीं आंखें, अपना घर की पहल ने मिलाया तो बह चले आंसू

दस साल पहले बिछड़े भाई को देख दोनों भाई रो पड़े, दोनों एक साथ हुए भावुक, अपना घर आश्रम बारी की सराहनीय पहल. धौलपुर जिले की बाड़ी विधानसभा स्थित अपना घर सेवा समिति ने मानसिक रूप से बीमार प्रभु जी मनीष आर्य को मानव सेवा में कार्यरत विक्षिप्त, असहाय, आश्रयहीन पीड़िता द्वारा मानसिक रूप से बीमार प्रभु जी मनीष आर्य की सेवा की है. अपना घर सेवा समिति बाड़ी के अध्यक्ष विष्णु महरे ने बताया कि करीब दस साल पहले कानपुर के ग्वालटोली निवासी मनीष आर्य डिप्रेशन के चलते कानपुर के ग्वालटोली स्थित अपने घर से निकला था और पिछले 3 साल से उनका इलाज और सेवा उनके गृह आश्रम भरतपुर में चल रही थी.

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पिछले 4 महीने से आश्रम बाड़ी स्थित उनके घर में शिफ्ट किया गया था, तब से इलाज और इलाज की सेवा के बाद उन्होंने अपना नाम बताया मनीष आर्य निवासी ग्वालटोली कानपुर उत्तर प्रदेश कानपुर पिछले 4 महीने से लगातार पुलिस से संपर्क किया गया लेकिन सफलता नहीं मिली तब अपना घर के राष्ट्रीय संयोजक सचिव सुनील गर्ग और उपाध्यक्ष मनोज मोदी के अथक प्रयासों से कानपुर भारत विकास परिषद शाखा से संपर्क किया गया.  परिषद के सदस्य उपरोक्त पते पर पहुंचे और अपने भाई आशीष आर्य से मिले, जैसे ही आशीष ने आर्य को बताया कि उनके भाई मनीष आर्य उनके घर में आश्रम बाड़ी में हैं, वह फूट-फूट कर रोने लगे और अअपना घर आश्रम बाड़ी आकर अपने भाई मनीष आर्य को सकुशल अपने घर कानपुर ले गए हैं. भाई आशीष आर्य ने अपने गृह आश्रम बाड़ी की सेवा के लिए आभार व्यक्त किया और आश्रम के सभी पदाधिकारियों का आभार व्यक्त किया. इस मौके पर अपना घर आश्रम की अध्यक्षा कमलेश गर्ग, सचिव उषा मित्तल, उपाध्यक्ष मनोज मोदी, सोनेराम, राज कुमार गर्ग, चंद्रकांत भगवानदास आदि उपस्थित थे.

Reporter- Bhanu Sharma

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