नई दिल्ली: राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद सोमवार को देश के पहले सीडीएस जनरल बिपिन रावत और जामिया मिलिया इस्लामिया (जेएमआई) की कुलपति प्रो. नजमा अख्तर सहित अनेक विभूतियों को पद्म पुरस्कार से सम्मानित करेंगे. इस साल गणतंत्र दिवस के मौके पर 128 विभूतियों को पद्म पुरस्कार से सम्मानित करने की घोषणा की गई थी. इनमें से चार को पद्म विभूषण, 17 को पद्म भूषण और 107 को पद्म श्री से सम्मानित किया जाएगा. इसके लिए अलंकरण समारोह 21 और 28 मार्च को आयोजित किया जाएगा.
हवाई दुर्घटना में शहीद हुए थे बिपिन रावत
सीडीएस जनरल बिपिन रावत को मरणोपरांत पद्म विभूषण से सम्मानित किया जाएगा. यह भारत सरकार की ओर से दिया जाने वाला दूसरा सर्वोच्च नागरिक सम्मान है. देश की रक्षा के लिए अदम्य साहस दिखाने वाले जनरल बिपिन रावत को मरणोपरांत पद्म विभूषण से सम्मानित किया जाएगा. बता दें कि पिछले साल दिसंबर महीने में हुई एक हवाई दुर्घटना में सीडीएस बिपिन रावत शहीद हो गए थे. वे देश के पहले चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ पद पर तैनात थे. वे मूल रूप से उत्तराखंड के पौड़ी गढ़वाल के सैंण गांव के रहने वाले थे.
ये भी पढ़ें- 31 मार्च से पहले जमा कर लें इलेक्ट्रिसिटी बिल! वरना हो जाएगी घरों की बत्ती गुल
प्रोफेसर नजमा अख्तर को भी मिलेगा पुरस्कार
इसके अलावा जामिया मिलिया इस्लामिया की वाइस चांसलर प्रोफेसर नजमा अख्तर को सोमवार को देश के चौथे सर्वोच्च नागरिक पुरस्कार पद्मश्री से सम्मानित किया जाएगा. भारत सरकार ने साहित्य और शिक्षा के क्षेत्र में अमूल्य योगदान के लिए उन्हें इस सम्मान के लिए चुना है. जानकारी के मुताबिक, प्रोफेसर नजमा अख्तर का जन्म 1953 को हुआ. उन्होंने अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी से पढ़ाई की है. इसके अलावा कुरुक्षेत्र यूनिवर्सिटी से पीएचडी की डिग्री हासिल की है. इसके अलावा उन्होंने विदेश जाकर भी पढ़ाई की है. प्रोफेसर नजमा साल 2019 से जामिया मिलिया इस्लामिया के वाइस चांसलर के पद पर तैनात हैं. बता दें कि वह इस पद को संभालने वाली पहली महिला हैं.
ये भी पढ़ें- विश्व कठपुतली दिवस पर बनारस में ‘पुतुल उत्सव’,काशी की कठपुतली बताएंगी आजादी की कहानी
WATCH LIVE TV