प्रेस पर हमला मतलब लोकतंत्र खतरे में – रंजीत सम्राट

पटना, बिहार –

इंडियन जर्नलिस्ट्स एसोसिएशन के प्रदेश अध्यक्ष रंजीत सम्राट ने कहा है कि जनता की आवाज जन जन तक पहुंचाने वाला लोकतंत्र के चौथे स्तंभ, मीडिया जिसकी जरूरत आज सरकार और जनमानस दोनों की है आज इस की स्वतंत्रता पर अंकुश लगाया जा रहा है, लगातार छापेमारी की जा रही है, झूठे मुकदमे में फंसाया जा रहा है, प्रेस की आजादी में बाधा उत्पन्न की जा रही है, समाज के सामने सरकार की सही बातों को, सच्चाई यों को दिखाने पर प्रशासन द्वारा कानूनी पचड़े में फंसाया जा रहा है, लोकतंत्र के लिए कहीं से उचित नहीं है।
यही कारण है इंडियन जर्नलिस्ट एसोसिएशन के प्रदेश अध्यक्ष रंजीत सम्राट ने पत्रकार सुरक्षा कानून को लागू करने के लिए अबिलंब सरकार से मांग किया है।

उन्होंने कड़े शब्दों में चेतावनी दिया है कि यदि सरकार इस पर ध्यान नहीं देगी तो इसके लिए एसोसिएशन के सदस्य सड़कों पर धरना प्रदर्शन करेंगे। दूसरी ओर इंडियन जर्नलिस्ट एसोसिएशन के प्रदेश महासचिव सनोवर खान एवं मनोज सिंह ने पत्रकारों पर हो रहे हमले एवं उनके साथ थानों में हो रहे दुर्व्यवहार के खिलाफ आवाज उठाने की मांग की है।

इन पत्रकारों ने डीजीपी से पत्रकार उत्पीड़न के खिलाफ कार्रवाई करने की मांग की है। अभी हाल ही में बिहार के सीनियर क्राइम रिपोर्टर एवं श्रमजीवी पत्रकार यूनियन के अध्यक्ष एस. एन. श्याम के साथ जक्कनपुर थाने में जो कुछ हुआ उसके लिए एसोसिएशन कड़े शब्दों में निंदा करती है साथ ही मुख्यमंत्री एवं गृह सचिव से इस संबंध में कार्रवाई करने की मांग करती हैं। यदि इसी तरह की थाने में पत्रकारों के साथ बर्ताव होगा तो समाचार संकलन के लिए पत्रकार थाने में कैसे जाएंगे।

समाज को सही जानकारी, सरकार तक उनकी बातों को पहुंचाने के लिए पत्रकारों की आवश्यकता है, निर्भीक एवं निष्पक्ष खबर लिखने के लिए यदि इस तरह पत्रकारों पर अंकुश लगाया गया तो लोकतंत्र का चौथा स्तंभ खतरे में पड़ जाएगा।

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