सनी कुमार / बलिया
कोरोना के दूसरी लहर के बीच बलिया में अंधविश्वास पर विश्वास करने का एक वीडियो तेजी से वायरल हुआ है हालांकि हम किसी के आस्था को ठेस नही पहुंचना चाहते है। वीडियो में एक पूर्व प्राधान सामंतों की तरह कुर्सी पर बैठा है और उसके पैरों के पास एक युवक एक बर्तन में उनका पैर डाल कर पहले धोता है फिर उस पानी को पी जाता है।
वायरल वीडियो के पड़ताल में वीडियो मनियर ब्लॉक के विशुनपुरा गांव का बताया गया जिसकी जानकारी लेने मीडिया उस गांव में सच जानने पहुंची और उसका सामना उस व्यक्ति से हुआ जिसका वायरल वीडियो में पैर पानी से धो कर एक युवक पिता है। पता चला वो व्यक्ति गांव का पूर्व प्रधान श्री निवास मिश्रा है। पूर्व प्रधान से मीडिया ने वायरल वीडियो का सच जानना चाहा जिसका जवाब भी हैरान कर देने वाला मिला। जवाब में पूर्व प्रधान ने बताया कि 1985 से नवरात्रि का व्रत रखता हूँ। व्रत के दौरान मैं अन्न ग्रहण नही करता। रोज सुबह 4 बजे मां दुर्गा का पाठ करने के बाद ही चाय पिता हूँ। इसी धार्मिक प्रवित्ति के वजह से लोग मेरा पैर धोकर मेरा चरणोदक पीते है।
वही इसी ग्राम पंचायत पद के प्रत्याशी के पति की माने तो यह कृत्य निंदनीय है और एक अपराध भी है। जिसका मैं सोशल मीडिया पर विरोध करने की बात कही। इस मामले को लेकर गांव में अलग अलग विचार और मतभेद देखने को मिला। लेकिन कोरोना के बढ़ते मामलों के बीच ऐसा किया जाना किसी खतरे की घण्टी से कम नही है।