गोरखपुर : महायोगी गोरखनाथ विश्वविद्यालय में अंतरराष्ट्रीय प्लास्टिक मुक्त दिवस पर विश्वविद्यालय परिसर को प्लास्टिक मुक्त करने का संकल्प लिया गया। इस अवसर पर विश्वविद्यालय के संबद्ध स्वास्थ्य विज्ञान संकाय द्वारा आयोजित व्याख्यान में सहायक आचार्य डॉ. संदीप कुमार श्रीवास्तव ने कहा कि सभी लोगों को स्वयं के अथक प्रयासों से प्रकृति के संरक्षण में अपनी दिनचर्या में कम से कम प्लास्टिक वस्तुओं के प्रयोग का संकल्प लेना होगा।
डॉ. संदीप ने कहा कि पर्यावरण और जीवन के लिए प्लास्टिक गंभीर खतरा बन गया है, प्लास्टिक का विघटन होने में सैकड़ो वर्षो का समय लग जाता है। माइक्रोप्लास्टिक न केवल समुद्रीय जल जीवों को प्रभावित कर रहे हैं बल्कि हमारे खाद्य पदार्थो से हमारे जीवन को भी रोग ग्रस्त कर रहा है। व्याख्यान में राष्ट्रीय सेवा योजना के आर्यभट्ट इकाई के कार्यक्रम अधिकारी धनंजय पांडेय ने कहा कि प्लास्टिक मुक्त विश्व के लिए पर्यावरण के अनुकूल विकल्पों की तलाश कर व्यापक स्तर पर प्रभावी नीति का क्रियान्वयन ही प्लास्टिक मुक्त भविष्य की कुंजी है। सहायक आचार्य डॉ.प्रेरणा अदिति ने कहा कि घर आंगन से कपास, जूट और पेपर बैग का प्रयोग कर प्लास्टिक से विश्व को मुक्त करने में अपना सहयोग किया जा सकता है।
अंतरराष्ट्रीय प्लास्टिक बैग मुक्त दिवस पर सामूहिक शपथ ग्रहण कर स्वच्छ वसुंधरा का सभी ने संकल्प लिया। इस अवसर पर प्रमुख रूप से कृषि संकाय के अधिष्ठता डॉ. विमल कुमार दुबे, डॉ आयुष पाठक, डॉ विकास दुबे, फार्मेशी विभाग के प्राचार्य प्रो. एसके सिंह, डॉ अमित दूबे, डॉ. अनुपमा ओझा, डॉ. आशुतोष श्रीवास्तव, अनिल कुमार मिश्रा, डॉ पवन कुमार कन्नौजिया, डॉ अंकिता मिश्रा, डॉ विकास यादव आदि की सक्रिय सहभागिता रही।