गोरखपुर : अखिल विश्व गायत्री परिवार शान्तिकुंज हरिद्वार के सतत मार्गदर्शन में गायत्री परिवार रचनात्मक ट्रस्ट, गोरखपुर पर प्रत्येक माह प्रथम रविवार को गायत्री महायज्ञ राष्ट्र कल्याण एवं मानव कल्याण के लिए होता है। इसी क्रम में आज गायत्री महायज्ञ में मुख्य यजमान के रूप में सुशील कुमार शर्मा एवं पल्लवी शर्मा ने पुंसवन संस्कार के साथ गायत्री महायज्ञ वरिष्ठ परिव्राजक राजेन्द्र बहादुर सिंह एवं इन्दल सिंह के द्वारा सम्पन्न कराया गया।
वरिष्ठ परिव्राजक राजेन्द्र बहादुर सिंह एवं इन्दल सिंह ने संयुक्त रूप से बताया कि गर्भ के तीसरे माह में वैदिक विधि विधान से पुंसवन संस्कार सम्पन्न कराया जाता है, क्योंकि इस समय तक गर्भस्थ शिशु के विचार तंत्र का विकास प्रारंभ हो जाता है। पुंसवन-संस्कार का उद्देश्य बलवान, शक्तिशाली एवं स्वस्थ संतान को जन्म देना है। इस संस्कार से गर्भस्थ शिशु की रक्षा होती है तथा उसे उत्तम संस्कारों से पूर्ण बनाया जाता है। पुंसवन संस्कार के दौरान सबसे पहले एक विशेष प्रकार की औषधि गर्भवती महिला के नासिका छिद्र से उसके अंदर पहुँचाई जाती हैं। इस प्रक्रिया के दौरान गिलोय वृक्ष के तने से कुछ बूँदे निकालकर मंत्रोउच्चारण के साथ गर्भवती महिला की नासिका छिद्र पर लगाया जाता है।
अंत मे मुख्य ट्रस्टी दीना नाथ सिंह सहित सभी भाई बहिनो ने पुष्प वर्षा कर आशीर्वाद दिया। कार्यक्रम के दौरान दिवंगत ई सन्तोष कुमार श्रीवास्तव के आत्मा की शांति एवं सद्गति हेतु गायत्री साधको के द्वारा गायत्री मंत्र का जप कर आहुति प्रदान की गई। कार्यक्रम में मुख्य रूप से राम बेलाश शर्मा, अवधेश तिवारी, सेवानिवृत्त अध्यापक रविन्द्र सिंह, राज कुमार सिंह, रणजीत बहादुर सिंह, हेमन्त त्रिगुणायत, सुनीता त्रिगुणायत, पूनम मल्ल, अजय मल्ल, मीरा वर्मा, जितेंद्र वर्मा, राज कौशिक एवं सुधीर शर्मा सहित अन्य कई परिजन उपस्थित रहे।