बलिया : तेजी से बढ़ रही गर्मी के दृष्टिगत संभावित अग्नि काण्डों से बचाव को लेकर जिलाधिकारी रवींद्र कुमार ने जनपदवासियों से बचाव हेतु अपील करते हुए सचेत किया कि गर्मी बढ़ने के साथ ही अग्निकाण्ड की घटनाएं भी प्रारम्भ हो गई हैं। गर्मी के दिनों में जब तेज पछुआ हवा चलती है तो गांवों में अग्निकांड की घटनाएं बड़े पैमाने पर घटित होती हैं जिसके फलस्वरूप हमारे घर, खेत, खलिहान एवं जान-माल को भारी क्षति पहुंचती है।
उन्होंने इस सम्बन्ध में बताया कि बहुत छोटी-छोटी सावधानियां अपनाकर हम अग्निकांड की घटनाओं को रोक सकते हैं। उन्होंने कहा कि गर्मी में लगने वाली आग से गांव अत्यधिक प्रभावित होते हैं। ऐसे में रसोई घर यदि फूस का हो तो उसकी दीवाल पर मिट्टी का लेप अवश्य लगा दें। रसोई घर की छत ऊंची रखी जाए। आग बुझाने के लिए घर में बोरे में भरकर बालू अथवा मिट्टी तथा दो बाल्टी पानी अवश्य रखें। हवन आदि का काम सुबह नौ बजे से पहले सम्पन्न कर लें। शार्ट सर्किट की आग से बचने के लिए बिजली वायरिंग की समय पर मरम्मत करा लें। मवेशियों को आग से बचाने के लिए मवेशी घर के पास पर्याप्त मात्रा में पानी का इंतजाम रखें एवं उनकी निगरानी अवश्य करते रहें। गर्मी के दिनों में दिन में तेज व गर्म हवाएं चलती हैं इसलिए जहां तक सम्भव हो गर्मियों में दिन का खाना 09 बजे सुबह से पूर्व बना लें तथा रात का खाना शाम 06 बजे के बाद बनाएं। बिजली के ढीले तारों से निकली चिंगारी भी आग लगने का कारण बन जाती है। इसलिए जहां कहीं भी ढीले तार दिखें उसकी सूचना बिना देर किए बिजली विभाग को दें। आग लगने पर सर्वप्रथम समुदाय के सहयोग से आग बुझाने का प्रयास करें। आवश्यकता होने पर आग बुझाने के लिए फायर बिग्रेड न0- 101/112 पर प्रशासन को तुरंत सूचित करें। अगर कपड़ों में आग लगे तो जमीन पर लेटकर या लुढ़क कर उसे बुझाने का प्रयास करें। खुद के साथ अपने पड़ोसियों को भी सर्तक करें।
उन्होंने जनसामान्य को आग से बचाव के बारे में जागरूकता हेतु बताया कि दीपक, लालटेन, मोमबत्ती को ऐसी जगहों पर न रखें जहां से गिरकर आग लगने की संभावना हो। कटनी के बाद खेत में छोड़े डंठलों/पराली में आग नहीं लगाएं। भोजन बनाने का कार्य तेज हवा के समय न करें। जलती हुई माचिस की तीली अथवा अधजली बीड़ी एवं सिगरेट पीकर इधर-उधर न फेंकें। खाना बनाते समय ढीले-ढाले और पॉलिस्टर के कपड़े न पहनें। हमेशा सूती कपड़े पहनकर ही खाना बनाएं। माचिस या लाईटर को बच्चों से दूर रखें। सार्वजनिक स्थानों, ट्रेनों एवं बसों आदि में ज्वलनशील पदार्थ लेकर न चलें। अपने-अपने खेतों में लगें ट्रांसफार्मर के आसपास लगभग 10- 10 फिट तक सफाई व्यवस्था कर दे ताकि किसी प्रकार से विद्युत संबंधी फॉल्ट होने से बिजली के तारों से निकलने वालीं चिंगारी से आपकी खड़ी फसल को कोई नुकसान न हो। अग्निकांड की घटनाओं की जानकारी व रोकथाम/बचाव हेतु जिलाधिकारी कार्यालय स्थित कन्ट्रोल रुम टोल फ्री न0-1077, 05498-220832 पर सर्म्पक कर सकते है
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