मथुरा : परिषदीय विद्यालयों में पढा रहे 15 शिक्षकों की सेवाएं समाप्त कर दी गई है। जनवरी महीने में आठ शिक्षकों की सेवा समाप्त की गई थी। अब सात और शिक्षकों की सेवा समाप्त करने के आदेश बीएसए ने जारी किये हैं। दो महीने में 15 शिक्षकों की सेवा समाप्त कर दी गई है। अभी जांच जारी है और कई और शिक्षकों पर अभी गाज गिर सकती है।
बेसिक शिक्षा अधिकारी कार्यालय मथुरा एक बार फिर सुर्खियों में है। परिषदीय विद्यालयों में फर्जी शैक्षिक प्रमाण पत्रों के आधार पर नौकरी करने वाले सात और शिक्षकों की सेवा समाप्त कर दी गई है। इससे पहले पिछले महीने यानी जनवरी माह में आठ शिक्षकों की इसी आधार पर सेवा समाप्त कर दी गई थी। थी।
बीएसए सुनील दत्त ने बताया कि फर्जी शैक्षिक प्रमाण पत्र मिलने पर सात शिक्षक सहायक अध्यापक बर्खास्त किए गए हैं। अभी जांच चल रही हैं। बर्खास्त शिक्षकों में प्राथमिक विद्यालय भगवान गढ़ी नौहझील के मलखान, प्राथमिक विद्यालय कमौरा बलदेव के तेजवीर, प्राथमिक विद्यालय चैकड़ा मांट के मेघराज सिंह, प्राथमिक विद्यालय नगला लच्छी चैमुहां के सुधीर कुमार, प्राथमिक विद्यालय भैंसारा मांट के रामबाबू, प्राथमिक विद्यालय खड़ौरा बलदेव के योगेंद्र सिंह, प्राथमिक विद्यालय खरंजवास मांट के साहब सिंह हैं। अभी कई शिक्षकों की जांच चल रही है। इनकी बर्खास्तगी भी हो सकती है।
बीएसए सुनील दत्त ने पिछले वर्ष इनकी एफआइआर भी दर्ज कराई थी। जांच के कारण शिक्षकों को वेतन नहीं मिल रहा था। किसी शिक्षक के स्नातक के प्रमाण पत्र फर्जी हैं तो किसी ने शिक्षक पात्रता परीक्षा भी डीएलएड (बीटीसी) से पहले पास कर ली