बलिया : पूर्व प्रधानमंत्री स्वर्गीय चौधरी चरण सिंह की जयंती पर कृषि विभाग, बलिया द्वारा शनिवार को आफिसर्स क्लब में किसान सम्मान दिवस,किसान मेला/ गोष्ठी एवं प्रदर्शनी का आयोजन किया गया। इस समारोह में मुख्य अतिथि के तौर पर जिलाधिकारी रविंद्र कुमार शामिल हुए। उन्होंने दीप प्रज्वलित कर किसान सम्मान दिवस समारोह का शुभारंभ किया और पूर्व प्रधानमंत्री स्वर्गीय चौधरी चरण सिंह की फोटो पर माल्यार्पण कर पुष्प अर्पित किया।इस समारोह में कृषि विभाग सहित अन्य संबंधित विभागों ने किसानों को जागरूक करने के लिए स्टाल लगाया। समारोह में खेती को सरल बनाने और अधिक उत्पादनशील बनाने के लिए आधुनिक कृषि यंत्रों का प्रदर्शन भी किया गया।
जिलाधिकारी रविंद्र कुमार ने किसान सम्मान दिवस समारोह में जनपद के विभिन्न क्षेत्रों से आए किसान भाइयों और बहनों को धन्यवाद ज्ञापित किया और पूर्व प्रधानमंत्री स्वर्गीय चौधरी चरण सिंह को याद करते हुए कहा कि कृषि के क्षेत्र में जो कृषकों लेकर उनकी चिंता थी और एक कृषक के रूप में जीवन निर्वाह करते हुए इतने उच्च पद पर पहुंच पाए,वे सच्चे कृषक के उदाहरण थे। वह इतने ऊंचे पद पर पहुंचकर भी सादगीपूर्ण जीवन जीते थे। जिलाधिकारी ने पूर्व प्रधानमंत्री के एक वाक्या का जिक्र किया जिसमें उन्होंने किसान के रूप में थाने में जाकर वहां को जमीनी हकीकत को परखा और सुचारू रूप से व्यवस्था संचालित न मिलने पर पूरे थाने को सस्पेंड कर दिया था।
जिलाधिकारी ने क्रॉप कटिंग के आधार पर पुरस्कार पाने वाले सभी प्रगतिशील और उन्नतशील किसानों को बधाई दिया और कहा कि यह पुरस्कार नियमित रूप से आप लोगों को प्रेरित करता रहेगा और विभिन्न फसलों के उत्पादन के क्षेत्र में गांव, जिले एवं प्रदेश स्तर तक अपना नाम रोशन करेंगे। पुरस्कार न पाने वाले किसानों से अपील किया कि वह भी उत्पादन के क्षेत्र में अच्छा काम कर अपना नाम रोशन करें और बलिया को प्रदेश स्तर पर नंबर एक जिला बनाएं।
उन्होंने कहा कि सांसद जी के प्रयासों से जनपद में श्री अन्न(मोटे अनाज) के बीज वितरण के माध्यम से मोटे अनाजों की खेती का रकबा बढ़ा है।जिसकी संसद में भी सराहना हुई है। उन्होंने किसानों को जैविक)प्राकृतिक खेती के लिए अपील किया और कहा कि हम इसके लिए किसानों को उचित बाजार उपलब्ध करवाएंगे, जिससे किसानों को अच्छी कीमत मिल सके। जनपद में जैविक कृषि का उत्पादन अच्छा है। उन्होंने किसानों से अपील किया कि वे अपनी धान की फसल को सरकारी धान क्रय केंद्रों पर ही बेचे और सरकार द्वारा निर्धारित उचित मूल्य का लाभ उठाएं। उन्होंने कहा कि जनपद में कृषि विभाग द्वारा चलाए गए जनजागरूकता कार्यक्रम के द्वारा पराली जलाने की घटनाएं पिछले साल की अपेक्षा बहुत कम हुई है और मैं यह चाहूंगा कि अगले साल तक पराली जलाने की घटना शून्य हो जाए। उन्होंने पराली प्रबंधन के बारे में भी किसानों को बताया। कार्यक्रम की समाप्ति के बाद जिलाधिकारी द्वारा पराली प्रबंधन करने वाली मशीनों को अवलोकन भी किया गया।
जिलाधिकारी ने क्रॉप कटिंग के आधार पर कृषि, उद्यान, मत्स्य और गन्ना के उत्पादन में अच्छा प्रदर्शन करने वाले प्रगतिशील और उन्नतशील किसानों को प्रोत्साहित करने के लिए अंगवस्त्र और प्रशस्ति पत्र देकर सम्मानित किया। इस किसान सम्मान दिवस समारोह में मुख्य विकास अधिकारी ओजस्वी राज, कृषि उपनिदेशक मनीष सिंह, जिला कृषि अधिकारी पवन कुमार प्रजापति सहित अन्य अधिकारी और जनप्रतिनिधि मौजूद थे।