बलिया : दशहरा और दीपावली को निर्विघ्न और सकुशल संपन्न करने के लिए जिलाधिकारी रविंद्र कुमार और पुलिस अधीक्षक एस आनंद की संयुक्त अध्यक्षता में मंगलवार को कलेक्ट्रेट सभागार में शांति समिति की बैठक आयोजित की गई। इस बैठक में जनपद के विभिन्न स्थानों पर दुर्गा जी की प्रतिमा स्थापित करने वाले समितियों के आयोजक शामिल हुए और अपनी समस्याओं के बारे में जानकारी दी।
समिति के कुछ आयोजकों ने जिलाधिकारी के समक्ष बिजली से संबंधित समस्या जैसे जर्जर खंभे और लटके तार, मूर्ति स्थापना स्थल और विसर्जन स्थल के मार्गों के गड्ढों को भरने के लिए अनुरोध किया इस पर जिलाधिकारी ने बिजली विभाग के अधिशासी अभियंता और पीडब्ल्यूडी के अधिशासी अभियंता को निर्देशित कर तत्काल व्यवस्था को दुरुस्त करने के निर्देश दिए।
जिलाधिकारी ने कहा कि पिछले महीनों में त्यौहार जो बड़े सौहार्दपूर्ण और शांति वातावरण में संपन्न हुए हैं इसके लिए मैं यहां की जनता और प्रशासन को धन्यवाद देना चाहता हूं। आगे के त्यौहार भी इसी तरह से शांति तरीके से संपन्न होंगे, इसके लिए मैं पूरी तरह से आश्वस्त हूं। जिलाधिकारी ने आयोजकों से मूर्ति स्थापना और मूर्ति विसर्जन के टाइमिंग के बारे में पूछा, तो अधिकतर आयोजकों ने बताया कि मूर्ति का पट्ट सप्तमी को खुलता है और दसमीं के बाद अपराह्न 2:00 बजे से रात 9-10 बजे तक मूर्ति विसर्जन का कार्य होता है। जिलाधिकारी ने आयोजकों से कहा कि मूर्ति स्थापना स्थल पर लोगों के आने और जानें का मार्ग अलग-अलग सुनिश्चित कराना आप लोगों की जिम्मेदारी है। कहा कि जहां पंडाल लगेंगे वहां पर लटके तार ना हो, बिजली के खंभे जर्जर स्थिति में ना हो इसकी व्यवस्था भी आयोजक सुनिश्चित कर लें, ताकि समय रहते उसको दुरुस्त कर लिया जाए।
जिलाधिकारी ने नगरीय क्षेत्रों व नगर पंचायत में जहां पंडाल लगेंगे और जहां मूर्ति विसर्जन होगा, इसकी सूची लेकर वहां के साफ सफाई की जिम्मेदारी नगर पालिका के अधिशासी अधिकारी एवं स्टाफ को एवं ग्रामीण क्षेत्रों में जिला पंचायती राज अधिकारी को अपने सफाई कर्मियों के माध्यम से साफ सफाई के संबंध में निर्देशित किया। कहा कि आयोजक दुर्गा पंडाल स्थल पर वैकल्पिक प्रकाश की व्यवस्था के लिए इमरजेंसी लाइट और जनरेटर की व्यवस्था अवश्य कर लें, जिससे आकस्मिक घोर अंधकार से बचा जा सके। इसी समय अधिकतर संदिग्ध मामले सामने आते हैं।
जिलाधिकारी ने कहा कि मुख्य नदियों में मूर्ति विसर्जन नहीं होगा, पोखरा , तालाब और जहां पर पर्याप्त मात्रा में पानी वहीं पर मूर्ति विसर्जन होगा। इसके लिए कोई भी नहीं परंपरा की शुरुआत नहीं होगी। उन्होंने कहा कि विसर्जन स्थल के मार्गों पर पर्याप्त मात्रा पानी साफ सफाई ,झाड़ झंखाड़ ना हो और समुचित प्रकाश की व्यवस्था संबंधित विभागों को निर्देशित किया। उन्होंने कहा कि कुछ स्थानों पर रावण दहन का भी आयोजन होता है इसको भी आयोजक शांतिपूर्ण ढंग से मनाएं। दीपावली पर पटाखे की दुकान कहाँ-कहाँ लगती हैं और अस्थाई लाइसेंस वाले दुकानदारों को शीघ्र लाइसेंस मुहैया कराना सुनिश्चित किया जाए। जिलाधिकारी ने आयोजकों से श्रद्धा और भक्ति के साथ त्योहार मनाने का आग्रह किया।
पुलिस अधीक्षक एस आनंद ने कहा कि आप लोग हर्षोल्लास के साथ त्यौहार मनाएं, इसकी मैं कामना करता हूं। इस त्यौहार की सार्थकता सिद्ध करने के लिए अश्लील गाने बजाने से परहेज करें और सुप्रीम कोर्ट के निर्देशानुसार त्योहारों में डीजे बजाने की मनाही है। अतः आप लोग एक या दो साउंड बॉक्स रखकर ही मूर्ति विसर्जन और जुलूस के साथ गाने बजाएं। जुलूस और विसर्जन के लिए पहले से ही मार्ग निश्चित है और इसी क्रम में सभी थानों की ड्यूटी लगाई गई है। आप लोगों से अनुरोध है कि दुर्गा पूजा पंडाल स्थानों पर पर्याप्त संख्या में वालंटियर रखें एवं अलग जर्सी/बिल्ला/पहचान पत्र जारी करने को कहा और उनकी सूची थाना में उपलब्ध करवाने। उन्होंने कहा कि जुलूस के दौरान या पांडाल में नृत्य ना हो तो बढ़िया रहेगा। उन्होंने बड़े पंडाल वाले स्थानों पर सीसी टीवी कैमरे लगाने के लिए भी कहा, जिससे सुरक्षा व्यवस्था और पुख्ता हो सके। हुड़दंग करने वाले और अवांछित तत्वों को कतई बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। इस बैठक में, सिटी मजिस्ट्रेट इंद्रकांत द्विवेदी, सीआरओ त्रिभुवन,अपर पुलिस अधीक्षक दुर्गा शंकर तिवारी, जिला विकास अधिकारी राजित राम मिश्र, जिला पंचायती राज अधिकारी यतेंद्र सिंह, परियोजना निदेशक उमेश मणि त्रिपाठी सहित अन्य अधिकारी एवं दुर्गा पूजा समिति के आयोजक मौजूद थे।