बलिया : सेन्टर आँफ एक्सीलेन्स (बलिया में पर्यटन विकास) और अंग्रेजी विभाग, जननायक चन्द्रशेखर विश्वविद्यालय द्वारा जय प्रकाश नारायण सभागार में एक दिवसीय कार्यशाला का आयोजन किया गया। कार्यक्रम की अध्यक्षता माननीय कुलपति प्रो0 संजीत कुमार गुप्ता ने किया। कार्यक्रम में मुख्य अतिथि व मुख्य वक्ता के रूप में प्रो0 अरविन्द कुमार मिश्र , पूर्व प्रोफेसर एवं अधिष्ठाता, कला एवं मानविकी संकाय, महाराजा सुहेलदेव विश्वविद्यालय, आजमगढ़ ने भाग लिया।
कार्यशाला का मुख्य विषय ’’शोध प्रविधि: इतिहास एवं उसका विकास’’ वक्तव्य दिया। उन्होंने कहा कि किसी भी प्रकार के शोध एवं परियोजना के आकड़ों को एकत्र करने में शोध प्रविधि का अपना महत्वपूर्ण योगदान होता है। शोध प्रविधि के प्रयोग के बगैर सही प्रकार से निष्कर्ष नहीं निकाला जा सकता है, साथ ही साहित्यिक चोरी का भी ध्यान रखना चाहिए। अर्थात शोध में उपयोग किए गए आॅकड़े पूर्ण रूप से प्रमाणित होने चाहिए। इसके अलावा अगर किसी भी साहित्य का उपयोग किया जाता है तो उसका संदर्भ दिया जाना आवश्यक होता है।
कार्यक्रम में शामिल सभी सदस्यों का स्वागत सेन्टर आॅफ एक्सीलेन्स के समन्वयक, डाॅ0 अजय कुमार चैबे जी ने किया। कार्यक्रम के अन्त में सेन्टर आॅफ एक्सीलेन्स के सह-समन्वयक, डाॅ0 छबिलाल जी ने सभी सदस्यों को धन्यवाद ज्ञापित किया। कार्यक्रम का सफल संचालन सेन्टर आॅफ एक्सीलेन्स की सह-समन्वयक डाॅ0 सरिता पाण्डेय जी ने किया।