बलिया : जिलाधिकारी रवीन्द्र कुमार ने अपने आवास पर झंडारोहण करने के बाद कलेक्ट्रेट में झंडारोहण किया। इसके बाद सभागार में आयोजित गोष्ठी में प्रतिभाग किया। सभी कर्मचारियों को आजादी के संघर्ष को याद दिलाते हुए अक्षुण्ण बनाए रखने का संदेश दिया। उन्होंने कहा कि हम सब का सौभाग्य है कि इस ऐतिहासिक स्वतंत्रता दिवस को जनपद बलिया में मना रहे हैं इस कारण स्वतंत्रता दिवस का महत्व और गौरव में गुणात्मक वृद्धि हो जाती हैं। बलिया की क्रांतिकारी धरती पर सेवा देने के लिए और बलिया में झंडारोहण करके मैं खुद को गौरवान्वित महसूस कर रहा हूं। विगत वर्षों में विकास कार्यों के सभी क्षेत्रों में अभूतपूर्व वृद्धि हुई है। जिलाधिकारी ने कहा कि अपने अधिकारियों के माध्यम से सरकार द्वारा वर्तमान में संचालित योजनाओं को, जिन लोगों के लिए वो योजनाएं बनी है, उन लोगों को लाभ पहुंचाने की कोशिश करता हूं।
उन्होंने कहा कि भारत छोड़ो आंदोलन के दौरान बलिया ब्रिटिश शासन के लिए चुनौती बन गया था। 19 अगस्त को जेल में बंद कैदी जेल से बाहर आए तो ब्रिटिश सरकार ने पूरी ताकत लगाया और उस समय ब्रिटिश पार्लियामेंट में बलिया को दोबारा प्राप्त करने का उल्लेख विंस्टन चर्चिल ने किया था।आजादी की लड़ाई में बलिया के योगदान को कभी भुलाया नहीं जा सकता। इसका महत्व को हमेशा जीवंत रखने के लिए यह सबसे पहले जरूरी है कि जो व्यक्ति जिस क्षेत्र में है, उस क्षेत्र में अपना सकारात्मक योगदान ईमानदारी व निष्ठा से दें। यही हम सबके लिए सच्ची राष्ट्रभक्ति होगी।इस अवसर पर एसडीएम शैलेंद्र चौधरी, नाजिर राजेंद्र प्रसाद समेत समस्त कलेक्ट्रेट स्टाफ मौजूद थे।