बलिया : क्षय रोग मुक्त उत्तर प्रदेश’ अभियान के अंतर्गत जननायक चंद्रशेखर विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. संजीत कुमार गुप्ता के मार्गदर्शन व शैक्षणिक निदेशिका डॉ.पुष्पा मिश्रा के निर्देशानुसार विश्वविद्यालय के समाजकार्य विभाग द्वारा बेरुआरबारी ब्लॉक के अपायल गांव में 2 क्षय रोगियों को गोद लिया गया।
बेरुआरबारी ब्लॉक के चिकित्सक डॉ. अजय प्रताप (एसटीएस), अपायल के हेल्थ वेलनेस सेंटर की डॉ. रेनू गुप्ता (कम्यूमनिटी हेल्थ ऑफिसर) ने बताया कि टी.बी. अब लाइलाज बीमारी नहीं है। इसका इलाज संभव है। इसे ठीक होने में 6 से 8 माह का समय लगता है लेकिन मरीज पूर्णतः ठीक हो जाता है।सामूहिक भागीदारी से टी.बी. जैसी बीमारी को जड़ से खत्म किया जा सकता है। समाज कार्य विभाग के असिस्टेंट प्रोफेसर डाॅ. संजीव कुमार ने बताया कि सरकार द्वारा टी.बी. को 2025 तक जड़ से खत्म करने का संकल्प लिया गया है।
इस क्रम में डॉ. पुष्पा मिश्रा, निदेशक, शैक्षणिक और डॉ. रूबी, असिस्टेंट प्रोफेसर,समाज कार्य द्वारा 1-1क्षय रोगी को गोद लिया गया और उन्हें ‘पोषण पोटली’ प्रदान की गई जिसमें प्रोटीन युक्त खाद्य सामग्री थी।इस अवसर पर आशा कार्यकर्त्री उर्मिला वर्मा तथा समाज कार्य विभाग के छात्रगण प्रदीप गुप्ता, सोनी यादव, गौरव राय, अमन गुप्ता एव हरीश यादव उपस्थित रहे।