बलिया : जिलाधिकारी रवीन्द्र कुमार ने जिला अस्पताल का औचक निरीक्षण किया। निरीक्षण के दौरान उन्होंने सभी वार्डो में जाकर उपस्थिति पुस्तिका का निरीक्षण किया और इस संबंध में जानकारी हासिल की। उन्होंने इमरजेंसी कक्ष में जाकर वहां का हाल देखा और ड्यूटी रजिस्टर का निरीक्षण किया। नर्स ड्यूटी रूम में सभी कर्मचारी उपस्थित पाए गए। इमरजेंसी वार्ड में जाकर उन्होंने मरीजों से बातचीत की और उनसे यह जानकारी हासिल की कि उन्हें समय से भोजन और दवा मिलती है कि नहीं। कुछ मरीजों ने बताया कि उन्हें नाश्ते के रूप में केवल केला और बिस्कुट दिया गया है जबकि दूध की भी व्यवस्था है।
इस पर उन्होंने सीएमएस दिवाकर सिंह को कड़ी फटकार लगाई और निर्देश दिया कि संबंधित फार्म पर तुरंत कार्रवाई की जाए। तीमारदारों के अनुरोध पर उन्होंने हड्डी रोग विशेषज्ञ डॉक्टर अनुराग सिंह से बातचीत की और उन्हें कड़े निर्देश दिए कि मरीजों का फोन आने पर उनकी समस्या सुने और अपने कक्ष में उपस्थित होकर मरीजों का इलाज करें।
पहाड़पुर चिलकहर से आए तीमारदार सोहनलाल और ग्राम स्वरूपपुर से आए मरीज गोपाल दुबे ने बताया कि डॉक्टर बाहर की दवा लिखते हैं जिससे उन लोगों को काफी परेशानी होती है। इस पर जिलाधिकारी ने सीएमएस को फटकार लगाई और निर्देश दिया कि सभी डॉक्टरों को अवगत करा दिया जाए कि कोई भी दवा बाहर से न लिखी जाए।
इसके उपरांत जिलाधिकारी ने ट्रामा सेंटर का निरीक्षण किया। निरीक्षण के दौरान उन्होंने मेडिको लीगल रूम में डॉ० मनोज कुमार द्वारा ओपीडी रजिस्टर मेंटेन न किए जाने पर उन्हें फटकार लगाई। ट्रामा सेंटर में महिला शौचालय में ताला लगे होने पर भी उन्होंने नाराजगी जताई और संबंधित के खिलाफ कार्यवाही करने का निर्देश दिया।
जिला अस्पताल के उपरांत जिला अधिकारी ने एनआरसी का निरीक्षण किया और वहां पर भर्ती किए गए बच्चों का हाल जाना। वहां पर उपस्थित होमगार्डों को जिलाधिकारी ने निर्देश दिया कि पार्किंग की व्यवस्था देखें। साथ में आए मरीजों को लाइन में लगा कर डॉक्टरों को दिखाएं ताकि अफरा-तफरी की स्थिति न पैदा हो।