लखनऊ : तरना, शिवपुर, वाराणसी स्थित द पाठशाला में आयोजित श्रीराम कथा के पूर्णाहुति समारोह के अवसर पर शनिवार को मुख्य अतिथि प्रदेश के उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य ने दीप प्रज्ज्वलित कर कार्यक्रम का शुभारंभ किया। उपमुख्यमंत्री ने अपने उदबोधन में कहा हम जब नई शिक्षा नीति पर चल कर भारतीयता का बोध रखते हुए बच्चों को शिक्षित करने का कार्य करेंगे, तभी स्वावलंबी भारत का निर्माण होगा। द पाठशाला जैसे संस्थाओं का प्रयत्न स्तुत्य है। आज के दौर में ऐसे गैरव्यवसायिक, समाज सेवा के लिए समर्पित शैक्षिक संस्थाओं की स्थापना के लिए समाज के सक्षम बन्धुओं का आह्वान किया।
उन्होनें कहा कि हम सब ने बाल कथाकार पुस्तक का विमोचन करके परम आनन्द का अनुभव किया। चरित्र निर्माण करने वाली प्राचीन कथाओं ,जिनको सुनकर हम सब बड़े हुए, को बच्चों को सुनाना तथा पुनः उन कथाओं को उन बच्चों द्वारा सुनना व उन्हें अपने शब्दों में पिरो कर प्रस्तुत करना एक बड़ी उपलब्धि है। इससे न केवल बच्चों का संस्कार पक्ष मजबूत होगा, बल्कि भविष्य के रचनाकार का निर्माण भी होगा। इस क्रम मे उप मुख्यमंत्री जी ने बाल कथाकार पुस्तक का विमोचन कियाद्य कार्यक्रम के दौरान डॉ वीरेन्द्र जायसवाल जी, दिलीप कृष्ण भारद्वाज जी,डॉ हेमंत गुप्ता एवं एन मुरलीधरन ने उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य के साथ मंच साझा किया।