बलिया : उत्तर प्रदेश कताई मिल मजदूर संघ के श्रमिकों की बैठक नगर के ब्रह्माइन सती मंदिर प्रांगण रसड़ा में मंगलवार को हुई।जिसमें श्रमिकों की विभिन्न समस्याओं पर चर्चा किया गया। बैठक को संबोधित करते हुए अध्यक्ष जयप्रकाश वर्मा ने माननीय सर्वोच्च न्यायालय द्वारा दिनांक 4 नवंबर 22 को पेंशन से संबंधित फैसले से उत्पन्न श्रमिकों में अफवाह को स्पष्ट करते हुए कहा कि यह जो भी माननीय सर्वोच्च न्यायालय द्वारा फैसला लिया गया है, वह हम ईपीएस 95 के सदस्यों के लिए नही है. यह फैसला उच्च पेंशन प्राप्त करने वालों के लिए है।उन्होंने कहा कि जीपीएस ईपीएस 95 के सदस्य लगातार पांच वर्षों आंदोलित है. लेकिन श्रमिकों को गुमराह करने के लिए पेंशन बढ़ाने का झुनझुना बजाया जा रहा है. जबकि सत्य यह है की पेंशन में बढ़ोतरी का सरकार की कोई मंशा नहीं है।
कताई मिल मजदूर संघ की बैठक में श्रमिकों ने पेंशन के लिए भरी हुंकार
श्री वर्मा ने कहा कि सरकार शुरू से ही किसान और श्रमिक विरोधी सरकार रही है, प्रदेश ही नहीं पूरे देश के कल कारखानों को बंद करके देश के नौजवानों को बेरोजगारी के मुंह में धकेलने का काम किया जा रहा है।जिले के मात्र 2 उद्योग हैं, जिसमें हजारों हजार लोगों की जीविका चलती थी जो आज वर्षों से बंद पड़ी है। इसी दरमियान हमारे माननीय लोग सस्ती लोकप्रियता पाने के लिए कताई मिल और चीनी मिल की खाली पड़ी जमीन पर बयानबाजी करते रहते हैं।उन्होंने कहा कि दुर्भाग्य है कि कोई कहता है एम्स बन जाए कोई चंद्रशेखर यूनिवर्सिटी पार्ट टू तो कोई कुछ कहता है। लेकिन कुछ करने की मंशा सरकार में शामिल लोगों की नहीं है।बैठक में अरविंद यादव, विजय शंकर, जवाहर प्रसाद, राधामोहन सिंह, जीतन चौहान,, वीरेंद्र प्रसाद, छोटेलाल सिंह आदि श्रमिक शामिल रहे।