बलिया –
भारत एक कृषि प्रधान देश ही हमारे देश की की अर्थब्यवस्था कृषि पर ही निर्भर है और ऐसे देश मे किसान आंदोलन को बलपूर्वक दबाया जाना हिटलरशाही है और इस देश के लिए दुर्भाग्यपूर्ण है। उक्त बातें समाजवादी पार्टी के जिला प्रवक्ता सुशील पाण्डेय “कान्हजी”ने कही सोमवार को प्रेस को जारी बयान में उन्होंने कहा कि अन्नदाताओं के आंदोलन को बल प्रयोग कर के दबा कर आखिर सरकार क्या संदेश देना चाह रही है।
आज जब किसान आंदोलन के समर्थन में साम्यवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव कनौज जाने की घोषणा किये तो सरकार उन्हें वहा जाने से रोकने को जितना तत्पर दिखी उतनी तत्परता किसान समस्याओ के समाधान में दिखती तो आज देश का किसान सड़क पर नही अपने खेतों और घरों में होता।अखिलेश यादव को गिरफ्तार करके सरकार लोकतांत्रिक मर्यादाओं को तार-तार किया।उत्तर प्रदेश की सरकार जनता में अपना विश्वास खो चुकी है।अब पुलिस और प्रशासन के बल पर सरकार चलाई जा रही है जिसका दिन भी अब लद गया है प्रदेश कि जनता 2022 के इन्तेजार में है 2022 में इस दम्भी अलोकतांत्रिक हिटलरवादी सरकार का अन्त निश्चित है।
कान्हजी ने कहा कि किसान संगठनों के आह्वाहन पर 8 दिसम्बर के बन्दी का पूर्ण समर्थन समाजवादी पार्टी करेगी बन्दी को सफल बनाने के लिए जनपद के समस्त ब्यापारी भाइयो,अधिवक्ता साथियो,सामाजिक कार्यकर्ताओं,युवा,छात्रों,सामाजिक संस्थाओं से आग्रह निवेदन और अपील करती है।
बन्दी के सफलता के लिए पार्टी के जिला अध्यक्ष राजमंगल यादव के नेतृत्व में पार्टी के समस्त नेता 8 दिसम्बर को भी नगर भ्रमण कर किसानों को समर्थ देने की अपील आम लोगो से करेंगे।