बलिया : भाग दौड़ भरी दुनिया में भौतिक सुख संसाधनों के बीच मनुष्य अपनी शारीरिक सेहत के साथ मानसिक स्वास्थ्य भी खोता जा रहा है।ऐसे में खुद को शारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य को दुरुस्त रखने के लिए दवाओं के अलावा योग और ध्यान को जीवनचर्या में शामिल करने से चींजे काफी हद तक आसान हो जाता है।इसी प्रेरक उद्देश्य के लिए हार्टफुलनेस इंस्टीट्यूट द्वारा ग्रामीण क्षेत्रों में लोगो के बीच जागरूकता पैदा करने की निशुल्क शुरुआत की गई है।
विदित हो चितबड़ागांव थाना क्षेत्र के बासुदेवा गांव में लोगो के जीवन में ध्यान के महत्व को रेखांकित करने टीम पहुंची।टीम ने प्रायोगिक रूप से उपस्थित लोगों के बीच योग और ध्यान को सिखाया। यहां पहुंची टीम में यूपी योग प्रभारी अनुपम अग्रवाल मेरठ,डॉक्टर प्रसन्न कुमार एमबीबीएस एमएस आर्थो वाराणसी,संजय राय जोन प्रभारी वाराणसी के साथ स्थानीय इकाई बलिया के प्रभारी सुरेश उपाध्याय मौजूद रहे।लोगों के बीच योगा ट्रेनर रत्नेश तिवारी ने योग के गुर लोगों से साझा किए।कार्यक्रम का मुख्य आकर्षण ब्राइटर माइंड द्वारा बच्चों की आंखों पर पट्टी बांध कर शब्दों को पढ़ना और सूंघ कर रंगों को बताना रहा।
तीन दिवसीय प्रशिक्षण शिविर आने वाले दो दिनों में और भी कई तरह के गुण सिखाए जायेंगे।इस मौके पर केशरी नंदन त्रिपाठी चेयरमैन,राजनारायण उपाध्याय सहित गांव के सैकड़ों लोग उपस्थित रहे।कार्यक्रम के सांयोयक सुरेश उपाध्याय ने कहा की जिले के हर छोर पर उपस्थित ग्रामीण इलाकों में इस विधा का निशुल्क प्रचार प्रसार किया जायेगा,साथ ही सबको धन्यवाद ज्ञापित किया।