फ़तेहपुर : जिले में शुक्रवार को भारतीय राष्ट्रीय सहकारी संघ सहकारी शिक्षा क्षेत्रीय परियोजना द्वारा प्राकृतिक खेती एवं कृषि आधारित व्यवसाय चुनौतियां और नए अवसर विषय पर कार्यशाला का आयोजन किया गया। कार्यक्रम में मुख्य अतिथि सहकारिता मंत्रालय के मुख्य कार्यकारी डॉक्टर सुधीर महाजन ने भाग लिया।
इस मौके पर मुख्य अतिथि ने कहा कि प्राकृतिक खेती समाज स्वास्थ्य व भूमि उपचार का अच्छा माध्यम है देश को खुशहाल बनाने के लिए प्राकृतिक खेती एवं गैस आधारित नए व्यवसाय को अपनाना होगा। साथ ही प्राकृतिक खेती द्वारा जीरो बजट खेती की जा सकती है। कृषकों से प्राकृतिक खेती अपनाने की अपील की।
कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए मुख्यमंत्री पुरस्कार से सम्मानित रमाकांत त्रिपाठी ने प्राकृतिक खेती की महत्ता तथा गाय के गोबर एवं मूत्र की महत्व पर प्रकाश डाला। उन्होंने कहा कि किसान प्राकृतिक खेती अपनाकर देश और समाज को खुशहाल बना सकते हैं जो आज की आवश्यकता है।
परियोजना अधिकारी संतोष कुमार ने कहा प्राकृतिक खेती आज की आवश्यकता है निरंतर उपज लेने के लिए प्राकृतिक खेती अपनानी होगी ।उन्होंने सभी अतिथियों का स्वागत एवं आभार व्यक्त किया।
विज्ञान केंद्र के प्रभारी डॉ. साधना बस एवं वरिष्ठ वैज्ञानिक जितेंद्र सिंह ने भी खेती पर मूल्य संवर्धन योजना खेती की महत्ता पर विस्तार से जानकारी दिया। इस अवसर पर राम बहादुर सिंह, शीतला पांडे सहित एक सैकड़ा प्रगतिशील किसान उपस्थित रहे।